मेरी वो .......
वो बारजे में खड़ी थी
हम दीदार कर रहे थे
थे कुछ लोग मोहल्ले में
जो मेरी नसीब पे जल रहे थे
कुछ तो इतने भी कमीने निकले
की मेरे घर पे सब कुछ बता दिया यारो
फिर क्या था जब मै घर पहुंचा तो
पापा डंडा लेकर मेरा इंतजार कर रहे थे ।।
आपका दोस्त -सुमित सोनी
वो बारजे में खड़ी थी
हम दीदार कर रहे थे
थे कुछ लोग मोहल्ले में
जो मेरी नसीब पे जल रहे थे
कुछ तो इतने भी कमीने निकले
की मेरे घर पे सब कुछ बता दिया यारो
फिर क्या था जब मै घर पहुंचा तो
पापा डंडा लेकर मेरा इंतजार कर रहे थे ।।
आपका दोस्त -सुमित सोनी
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