रूठी है जिंदगी .......
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
रात तो आधी बीत गई है
पर आँखे मेरी अब भी जग रही है
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
आंसुओ का दरिया आँखों से बह रहा
मेरे दिल से दर्द का लावा निकल रहा
अब तो सांसे भी छूटी छूटी सी लग रही है
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
लग रहा ये सफर अब थम ही जायेगा
ना वो अपना अब मेरे पास आएगा
अब हर सच्ची कहानी भी झूठी सी लग रही
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
आकर थाम लो , तुम मेरे हाथ को
तड़प रहा हूँ मैं अब तेरे साथ को
अरमानो की दिल में चिता जल रही है
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
- सुमित सेठ
सुमित कुमार सोनी (फेसबुक)
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आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
रात तो आधी बीत गई है
पर आँखे मेरी अब भी जग रही है
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
आंसुओ का दरिया आँखों से बह रहा
मेरे दिल से दर्द का लावा निकल रहा
अब तो सांसे भी छूटी छूटी सी लग रही है
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
लग रहा ये सफर अब थम ही जायेगा
ना वो अपना अब मेरे पास आएगा
अब हर सच्ची कहानी भी झूठी सी लग रही
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
आकर थाम लो , तुम मेरे हाथ को
तड़प रहा हूँ मैं अब तेरे साथ को
अरमानो की दिल में चिता जल रही है
आज जिंदगी कुछ रूठी सी लग रही है
- सुमित सेठ
सुमित कुमार सोनी (फेसबुक)
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